हेलो दोस्तों हम आज आपके लिए Heart touching gulzar shayari कलेक्शन लेकर आए हैं। उम्मीद करता हूं आपको shayari का Heart touching gulzar shayari कलेक्शन पसंद आएगा।
तो आप Heart touching gulzar shayari को अपने दोस्तों, फैमिली और प्रियजन के साथ share कर सकते हैं, comment section मैं comment करके जरूर बताना आपको हमारी Heart touching gulzar shayari कलेक्शन कैसा लगा, हमने नीचे दिए गए टॉपिक पर आपके लिए Heart touching gulzar shayari कलेक्शन लिखा है।
Gulzar shayari in hindi
काश कोई हमें भी ऐसा चाहे, जैसे कोई तकलीफ में सुकून चाहता है। |
बेकार जाया किया वक़्त किताबों में, सारे सबक तो कमबख्त ठोकरों से ही सीखे हैं। |
तू कितनी भी ख़ूबसूरत क्यूँ ना हो ए जिंदगी, खुशमिज़ाज दोस्तों के बग़ैर अच्छी नही लगती। |
मैं तुम्हें चाँद कह दूं ये तो मुमकिन है, मगर लोग तुम्हें रातभर देखे ये मुझे गवारा नहीं। |
मुद्दतों पैर लड़खड़ाते हैं, जब हाथ कोई छूट जाता है। |
किसी पर मर जाने से होती है मुहब्बत, इश्क़ जिंदा लोगों के बस का नहीं। |
थम के रह जाती है ज़िंदगी, जब जम के बरसती है पुरानी यादे। |
मेरी कोई खता तो साबित कर, जो बुरा हूं तो बुरा साबित कर, तुम्हें चाहा है कितना तू क्या जाने, चल मैं बेवफ़ा ही सही, तू अपनी वफ़ा तो साबित कर। |
जैसे कही रख के भूल गये हों वो बेफिक्र वक्त, अब मिलता ही नहीं। |
खाली पड़ा है मेरे पड़ोस का मैदान, एक मोबाइल बच्चों की गेंद चुरा ले गया। |
उसे ये ज़िद है कि मैं पुकारूँ मुझे तक़ाज़ा है, वो बुलाले क़दम उसी मोड़ पर जमे हैं, नज़र समेटे हुए खड़ा हूँ। |
अगर बे-ऐब चाहते हो तो फ़रिश्तों से रिश्ता रख लो, में इंसान हूँ और खताएँ मेरी विरासत है। |
कब से बैठा हुआ हूँ, मैं ‘जानम’, सादे कागज पर लिखके नाम तेरा, बस तेरा नाम ही मुकम्मल है, इससे बेहतर भी नज्म क्या होगा। |
दरवाजा छोटा ही रखना मकान का, जो झुक के आ गया समझ लेना कि अपना है। |
उम्र लगी कहते हुए- दो लफज, इक बात थी। |
एक तेरा ही तो ख्याल है मेरे पास, वरना कौन अकेले में मुस्कुराता है। |
आइयना आज फिर रिश्वत लेता पकड़ा गया, दिल में दर्द था और चेहरा हंसता हुआ पकड़ा गया। |
मैं तो चाहता हूँ हमेशा मासूम बने रहना, ये जो ज़िन्दगी है समझदार किये जाती है। |
मिज़ाज में थोड़ी सख्ती लाजमी है, लोग पी जाते अगर समन्दर खारा ना होता। |
शर्त थी रिश्ते बचाने की, और यही वजह थी मेरे हार जाने की। |
Gulzar ki shayari
बहुत तकलीफ़ देते हैं वो ज़ख्म, जो बिना कसूर के मिले हो। |
सारे ज़माने में बट गया वक्त उनका, हमारे हिस्से में तो बस बहाने आये। |
तेरे बदलने का दुःख नहीं है मुझको, मैं तो अपने यकीन पर शर्मिंदा हूँ। |
बेहद हदें पार की थी हमने कभी किसी के लिए, आज उसी ने सिखा दिया हद में रहना। |
मज़ा चख लेने दो उनको गैरों की महफ़िल का, इतनी चाहत के बाद जो मेरा न हुआ, वो किसी और का क्या होगा। |
ना जाने क्यूँ रेत की तरह निकल जाते है, हाथो से वो लोग जिन्हें जिंदगी समझ कर, हम कभी खोना नही चाहते। |
तुम्हारी दुनिया में हमारी, कोई कीमत हो या न हो, मगर हमारी दुनिया मे तुम्हारी, जगह कोई नहीं ले सकता। |
एक ही चेहरे की अहमियत, हर एक नजर में अलग क्यूं है, उसी चेहरे पे कोई खफा तो कोई फिदा सा क्यूं है। |
तस्वीरें लेना भी जरुरी है जिंदगी में साहब, आईने गुजरा हुआ वक़्त नहीं बताया करते। |
शाम होते ही मन में एक सवाल उठता है, आज दिन ढला है या उम्र मेरी। |
सूखे गीले से मौसम गुज़रते हुए, अजनबी रास्तों से निकलते हुए, कितना लम्बा सफ़र कर गयी ज़िन्दगी। |
एक मैं हूं जो खुद को ना, समझ सका आजतक, और एक लोग है जो मुझे, जाने क्या क्या समझ लेते हैं। |
हंसते रहोगे तो दुनिया साथ है वरना, आंसूओं को तो आंखों में भी जगह नहीं मिलती। |
तसल्ली से पढ़ा होता तो समझ में आ जाते हम, कुछ पन्ने बिना पढ़े ही पलट दिए होंगे तुमने। |
चलो छोड़ो दुनियादारी को, अच्छा ये बताओ खुद से नज़रें तो मिला लेते हो न। |
तमाम उम्र अकेले में तुझसे बातें कीं, तमाम उम्र तेरे रूबरू ख़ामोश रहे। |
अपनी तन्हाई में अक्सर तेरी हस्ती से जुदा, मैं सोचता रहता हूं कि क्या सोच रहा हूँ। |
मोहब्बत का गम ही तो है, दरकिनार कीजिये जो बैठा है आपके सामने, उससे ही प्यार कीजिये। |
मुझे भी मिले थे कुछ रिश्ते फूलों के जैसे, आप तो वाकिफ़ हो फूलों की उम्र ज्यादा नहीं होती। |
वक़्त से पूछ कर बताना, जख्म क्या वाक़ई भर जाते हैं। |
Heart touching gulzar shayari
जिंदगी नहीं रूकती किसी के बगैर, बस उस शख्स की जगह, हमेशा खाली रह जाती है। |
आंखों में गर हो गुरूर तो, इंसान को इंसान नही दिखता, जैसे छत पर चढ जाओ, तो अपना ही मकान नही दिखता। |
ये कहना उनसे यु मेहरबान न हो हम पर, हम जरूरतों का जिक्र नही, जज्बातों की फिक्र करते है। |
कुछ तो चाहत रही होगी, इन बारिश की बूँदों की भी, वरना कौन गिरता है इस जमीन पर, आसमान तक पहुँचने के बाद। |
किसी ने मुझसे पूछा दर्द की किमत क्या है? मैंने कहा मुझे नहीं पता, मुझे तो सब मुफ्त में ही देकर गए। |
लोग पूछते हैं मुझसे कि तुम, कुछ बदल से गए हो, बताओ टूटे हुए पत्ते अब, रंग भी ना बदले क्या। |
छोड़ना चाहो तो कमियां बहुत है मुझमें, साथ निभाना चाहो तो खूबियां भी कम नहीं। |
इतने बेवफा नहीं है जो तुम्हें भुल जाएंगे, अक्सर चुप रहने वाले प्यार बहुत करते हैं। |
चलो अब जाने भी दो, क्या करोगे दास्तां सुनकर, खामोशी तुम समझोगे नहीं, और बयां हमसे होगी नही। |
खुद से भी खुल के नहीं मिलते हम, आप क्या खाक जानते हो हमें। |
लगता है आज ज़िंदगी कुछ ख़फ़ा है, चलिए छोड़िए कौन सी पहली दफ़ा है। |
दर्द की अपनी भी एक अदा है, वो भी सहने वालों पर फ़िदा है। |
इतना क्यों सिखाए जा रही हो ज़िन्दगी, हमें कौन सी सदियाँ गुज़ारनी है यहाँ। |
कभी फायदा उठाकर थक जाओ तो, अपनी गिरी हुई सोच उठा लेना। |
चलो जिंदगी के सफर को, एक नया मोड़ देते हैं, जो हमे ना समझे हम भी, उन्हे समझना छोड़ देते हैं। |
जुबान कड़वी और दिल साफ रखता हू, कौन कब कहाँ बदल गया, सबका हिसाब रखता हूँ। |
गलत जगह सम्मान दे दिया व्यर्थ दे दिया प्यार, हीरे की कीमत क्या जाने कचरे के ठेकेदार। |
जागना भी कबूल है तेरी यादों में रातभर, तेरे अहसासों में जो सुकून है वो नींद में कहाँ। |
बड़ा गजब किरदार है मोहब्बत का, अधूरी हो सकती है मगर खत्म नहीं। |
ऐसा कोई जिंदगी से वादा तो नही था, तेरे बिना जीने का इरादा तो नही था। |
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